Ganpati Aarti - Sukhkarta Dukh Harta

Ganpati Aarti - Sukhkarta Dukh Harta Lyrics

Aarti Sangraha  by Ravindra Sathe

Song  ·  3,701 Plays  ·  1:40  ·  Marathi

© 2021 Soundtrack Records and Cassettes Mfg. Co.

Ganpati Aarti - Sukhkarta Dukh Harta Lyrics

सुखकर्ता, दुःखहर्ता वार्ता विघ्नाची
नूर्वी, पूर्वी प्रेम कृपा जयाची
सर्वांगी सुंदर उटी शेंदुराची
कंठी झळके माळ मुक्ताफळांची

(जय देव, जय देव, जय मंगलमूर्ती)
(दर्शन मात्रे मन कामनापूर्ती)
(जय देव, जय देव)

रत्नखचित फरा तुज गौरीकुमरा
चंदनाची उटी कुंकुमकेशरा
हिरेजडित मुकुट शोभतो बरा
रुणझुणती नुपुरे चरणी घागरिया
जय देव, जय देव

(जय देव, जय देव, जय मंगलमूर्ती)
(दर्शन मात्रे मन कामनापूर्ती)
(जय देव, जय देव)

लंबोदर, पीतांबर फणिवर वंदना
सरळ सोंड वक्रतुंड त्रिनयना
दास रामाचा वाट पाहे सदना
संकटी पावावे, निर्वाणी रक्षावे सुरवर वंदना
जय देव, जय देव

(जय देव, जय देव, जय मंगलमूर्ती)
(दर्शन मात्रे मन कामनापूर्ती)
(जय देव, जय देव)

Writer(s): Shrdhir Fadke<br>Lyrics powered by www.musixmatch.com


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