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माटी कहे कुम्हार से, तू क्या रौंदे मोहे एक दिन ऐसा आएगा, मैं रौंदूंगी तोहे. इसका यह भावार्थ है कि कुमार जो बर्तन बनाता है तब मिट्टी को रोद करता है उस समय मिट्टी कुमार से बोलती है कि अभी आप मुझे रौंद रहे हैं, 1 दिन ऐसा आएगा जब आप इसी मिट्टी में विलीन हो जाओगे और मैं आपको रौदूंगी.
2m 18s · Apr 28, 2023
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