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Listen in to a recitation of "Moko Kahan Dhunde Tu Bande" written by Kabir Das. Lyrics in Hindi: मोको कहां ढूढें तू बंदे मैं तो तेरे पास मे । ना मैं बकरी ना मैं भेडी ना मैं छुरी गंडास मे । नही खाल में नही पूंछ में ना हड्डी ना मांस मे ॥ ना मै देवल ना मै मसजिद ना काबे कैलाश मे । ना तो कोनी क्रिया-कर्म मे नही जोग-बैराग मे ॥ खोजी होय तुरंतै मिलिहौं पल भर की तलास मे मै तो रहौं सहर के बाहर मेरी पुरी मवास मे कहै कबीर सुनो भाई साधो सब सांसो की सांस मे ॥ --- Support this podcast: https://podcasters.spotify.com/pod/show/kavita-path/support
2m 11s · Nov 28, 2021
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