About
S02E27 Sahir Ludhianvi - Tere Honthon Pe Tabbasum - Podcast Ki Woh Halki Si Lakeer साहिर लुधियानवी तेरे होंटों पे तबस्सुम की वो हल्की सी लकीर मेरे तख़्ईल में रह रह के झलक उठती है यूँ अचानक तिरे आरिज़ का ख़याल आता है जैसे ज़ुल्मत में कोई शम्अ भड़क उठती है तेरे पैराहन-ए-रंगीं की जुनूँ-ख़ेज़ महक ख़्वाब बन बन के मिरे ज़ेहन में लहराती है रात की सर्द ख़मोशी में हर इक झोंके से तेरे अन्फ़ास तिरे जिस्म की आँच आती है मैं सुलगते हुए राज़ों को अयाँ तो कर दूँ लेकिन उन राज़ों की तशहीर से जी डरता है रात के ख़्वाब उजाले में बयाँ तो कर दूँ उन हसीं ख़्वाबों की ताबीर से जी डरता है तेरी साँसों की थकन तेरी निगाहों का सुकूत दर-हक़ीक़त कोई रंगीन शरारत ही न हो मैं जिसे प्यार का अंदाज़ समझ बैठा हूँ वो तबस्सुम वो तकल्लुम तिरी आदत ही न हो सोचता हूँ कि तुझे मिल के मैं जिस सोच में हूँ पहले उस सोच का मक़्सूम समझ लूँ तो कहूँ मैं तिरे शहर में अंजान हूँ परदेसी हूँ तेरे अल्ताफ़ का मफ़्हूम समझ लूँ तो कहूँ कहीं ऐसा न हो पाँव मिरे थर्रा जाएँ और तिरी मरमरीं बाँहों का सहारा न मिले अश्क बहते रहें ख़ामोश सियह रातों में और तिरे रेशमी आँचल का किनारा न मिले This podcast is dedicated to some of the great Urdu & Hindi poets from across the globe. We are just trying to keep their work alive through our efforts of spreading their beautiful creations of all times. You can follow us on our other social media handles. YouTube: https://www.youtube.com/@baitulghazalpodcast Instagram: https://www.instagram.com/bait_ul_ghazal_/ Faceboook: https://www.facebook.com/baitulghazal To find me on all podcast platforms, follow the links here: Apple Podcast: https://podcasts.apple.com/in/podcast/bait-ul-ghazal-urdu-hindi-poetry/id1620009794 Amazon Music: https://music.amazon.in/podcasts/02dd79fd-dd43-4f3a-87a5-3a5e1eb57d88/bait-ul-ghazal?ref=dm_sh_AO0QUvYWu4qP1l1AWNCDxvims Spotify: https://open.spotify.com/show/5Yi10EUvZIoJqkxBVXVlc6 Google Podcast: https://podcasts.google.com/feed/aHR0cHM6Ly9hbmNob3IuZm0vcy85MTI1MzQ4OC9wb2RjYXN0L3Jzcw JioSaavn: https://www.saavn.com/s/show/bait-ul-ghazal/1/5,pS2oZETPM_ TuneIn Radio: http://tun.in/pljsv Urdu Shayari l Hindi Shayari l Poets l Poetry
6m 1s · Jun 10, 2023
© 2023 Podcaster